जिलावासियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए किया जा रहा आवारों कुत्तों के नसबंदी व टीकाकरण
सोनीपत ब्यूरो (उमेश कुमार ) सर्वाेच्च न्यायालय के आदेशों की अनुपालना में जिला प्रशासन आवारा कुत्तो के नसबंदी, टीकाकरण व डी-वार्मिग जैसे कार्य तेजी से कर रहे है। जिला प्रशासन के द्वारा जिला टास्क फोर्स व जिला निगरानी कमेटी का गठन किया गया व नोडल अधिकारियों की भी नियुक्ति करी है। इस साल 30 नवंबर तक नगर निगम सोनीपत के द्वारा 4394 कुत्तों की नसबंदी, टीकाकरण व डी-वार्मिग करी गई है। वही 1414 आवारा पशुओं को पकड़ कर गउशालाओं/नंदीशालाओं में पहुंचाया गया है। नगर निगम के द्वारा आवारा कुत्तों के फीडीग के 20 स्थानों का चयन किया गया है।
इस अवधि के दौरान गोहाना नगर परिषद के द्वारा 1414 आवारा कुत्तों के नसबंदी, टीकाकरण व डी-वार्मिग की गई है। 50 जगहों का चयन कुत्तों के फीडीग स्थान के तौर पर किया गया व 1460 आवारा पशुआंे को गउशालाओं/नंदीशालाओं में पहुंचाया गया है।
मुख्य सचिव, हरियाणा सरकार अनुराग रस्तोगी ने मंगलवार केा विडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से जिले के सभी उपायुक्तों के साथ आवारा कुत्तों से संबंधित मुद्दों पर समीक्षा बैठक करी। बैठक उपरांत उपायुक्त सुशील सारवान ने शहरी स्थानीय निकाय के अधिकारियों के साथ बैठक करी। जिसमे आवारा कुत्तों की नसबंदी, टीकाकरण, डी-वार्मिग, शेल्टर होम जैसे विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई व अभी तक किए गए कार्य की समीक्षा करी गई।

उपायुक्त ने बताया की शैक्षणिक संस्थानों, अस्पतालों, खेल परिसरों व अन्य विभिन्न स्थानों से आवारा कुत्तों का हटाने के निर्देश अधिकारियों को दे दिए गए। पकडे गए कुत्तों की नसबंदी और टीकाकरण के बाद उन्हें शेल्टर होम में रखना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वो एबीसी नियमों के तहत कार्यवाही करे। उन्होंने बताया कि जिलावासियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आवारा कुत्तों की नसबंदी व टीकाकरण के कार्य किए जा रहे है।
इस दौरान सीटीएम डाॅ. अनमोल , एसीपी राजपाल सिंह, जे.सी. नगर निगम मीतू धनखड़, डिप्टी सीएमओ व शहरी स्थानीय निकाय के अधिकारी मौजूद रहे।









